हृदय फेकले तुझ्या दिशेने
Thursday, January 21, 2010
| हृदय फेकले तुझ्या दिशेने | ||
| झेलाया तू गेलीस पटकन् | ||
| गफलत झाली परि क्षणांची | ||
| पडता खाली फुटले खळ्कन् | ||
| हृदय फेकले तूही जेंव्हा | ||
| सुटले तेही,पडलेही पण | ||
| तुटले नाही-फुटले नाही | ||
| नाद निघाला केवळ खण्कन् | ||
| गोष्ट येवढी इथेच थांबे | ||
| अशा गोष्टींना नसतो नंतर | ||
| खळ्कन् आणि खण्कन् यांतील | ||
| कधी कुठे का मिटले अंतर | ||
| मन पोलादी नकोच तुजसम | ||
| असो असूदे काच जरीही | ||
| फुटून जाते क्षणी परंतु | ||
| गंजायाची भीती नाही | ||
| --- संदीप खरे. | ||


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