दिवानों की बाते है
Thursday, January 21, 2010
| दिवानों की बाते है | ||
| इनको लबपर लाये कौन ? | ||
| इतना गेहेरा जाये कौन ? | ||
| खुदको यु उलझाये कौन ? | ||
| जो तु समझा अपना था | ||
| वो लमहों का सपना था | ||
| हमने दिल को समझाया | ||
| अब हमको समझाये कौन ? | ||
| तेरी गली मे हो आये | ||
| होश वही खो जाये | ||
| दिख जाये अगर तू पलभर | ||
| मैखाने मे जाये कौन ? | ||
| गली गली मे फ़िरते है | ||
| कई ठोकरें खाते है | ||
| जब तुनेही ठुकराया हमे | ||
| अब हमको अपनाये कौन ? | ||
| दिवानो की बाते है | ||


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